पुलिस कस्टडी में हत्यारोपी गोरेलाल व ज्योति फोटो-MA न्यूज़ कन्नौज
कन्नौज (यूपी) इंदरगढ़ थाना के कठेला गांव में युवती ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पूर्व प्रेमी की हत्या की थी। इस मामले में पुलिस ने मुर्गी फार्म मालिक और उसकी प्रेमिका को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को पुलिस ने प्रेमी युगल को कोर्ट में पेश किया। वहां से दोनों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
कठेला गांव निवासी जितेंद्र वर्मा (20) की गुरुवार रात हत्या कर दी गई थी। शुक्रवार सुबह गांव के बाहर एक बाग में उसका शव मिला था। इस मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। मामले की छानबीन में पुलिस के सामने आया कि कठेला गांव निवासी मुर्गी फार्म मालिक गोरे लाल उर्फ कल्लू राजपूत का पड़ोस में रहने वाली 19 वर्षीय छात्रा ज्योति देवी से तीन साल से प्रेम-प्रसंगचल रहा था। छह माह पहले जितेंद्र वर्मा के ज्योति देवी से संबंध हो गए थे। जितेंद्र को जब गोरे लाल से ज्योति के संबंधों की जानकारी हुई तो उसने विरोध किया। इस पर एक सप्ताह पहले जितेंद्र ने गोरे लाल की हत्या करने की धमकी दी थी। गोले लाल और जितेंद्र के बीच विवाद होने पर ज्योति अपनी बुआ के घर चली गई थी।
हत्या के दो दिन पहले ज्योति गांव लौटी तो गोरे लाल ने जितेंद्र की हत्या की साजिश रच डाली। साजिश के तहत गुरुवार रात ज्योति ने फोन कर जितेंद्र को गांव के बाहर पेड़ के नीचे मिलने को बुलाया। यहां सरसों के खेत में पहले से गोरे लाल फंटी लेकर घात लगाए बैठा। पहले तो ज्योति ने जितेंद्र के साथ संबंध बनाए। इसके बाद अचानक गोरे लाल फंटी से जितेंद्र के सिर में कई वार कर दिए। बेहोश होने के बाद
ज्योति और गोरे लाल ने जितेंद्र की हत्या कर दी। एसओजी प्रभारी विक्रम सिंह और थाना प्रभारी रुद्र प्रताप नारायण ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों आरोपियों ने गुनाह कबूल कर लिया। इसके बाद दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया।
कन्नौज। हत्यारोपी गोरे लाल ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि जितेंद्र शरीर में उससे भारी था। उसे ताकत भी खूब थी। इस वजह से उसने छिपकर जितेंद्र पर हमला किया। इससे पहले की जितेंद्र संभल पाता कई वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया।
कन्नौज। हत्या की साजिश रचने के बाद गुरुवार की रात करीब 11 बजे ज्योति घर में सो गई थी। उसका फोन भी नहीं उठ रहा था। ऐसे में गोरे लाल उसके घर गया और जगाकर उसे साथ ले गया था। मुर्गी फार्म पर दोनों करीब एक घंटे साथ रहे। इसके बाद ज्योति ने जितेंद्र को फोन कर बुलाया था।
कन्नौज। हत्या के बाद गोरे लाल ने जितेंद्र के जेब से मोबाइल निकाल लिया था। मुर्गी फार्म में फंटी और मोबाइल छिपा दिया था, लेकिन जितेंद्र के नंबर अंतिम कॉल ज्योति की निकली। जबकि ज्योति के मोबाइल से कई काल गोरे लाल ने किए थे। इसी कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने हत्यारोपियों को हिरासत में लिया और पूछताछ के बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया।